"अलविदा 2020"
"अलविदा 2020"
बीते हुये साल को हम कभी
ना इसको भुला पाएंगे !
जो दर्द दिया है हमको दिल में
किसको हम बताएँगे ?
लॉक डाउन ने हमारे सपनों
को ध्वस्त कर दिया !
हम जहां थे ऊँचे शिखर पर
हमें नीचे पटक दिया !!
मज़दूरों की नौकरियाँ सब
खत्म होती चली गईं !
विकास की गाड़ियाँ ना चलके
यूं ही पीछे लुढ़क गईं !!
थालियाँ, कटोरे ,चमचों, पटाखे
और घण्टियों को बजाया !
लाख कोशिशों के बावजूद भी
कोरोना ना भाग पाया !!
स्कूल के दरवाज़े उस दिन से
ही सारे बंद हो गए !
अधिकांश शिक्षक अपने काम
छोड़ बेरोजगार हो गए !!
इस रोग ने क्या हम सबको
नंगा तांडव करा दिया !
अधिकांश लोगों को अपने आगोश
में लेकर सबको सुला दिया !!
कुछ लोग बिछुड़ गए कुछ लोग
हमसे यूँ जुड़ते गए !
कभी नया कारवां का सृजन हुआ
कभी यूँ बिछुड़ते गए !!
फिर भी हम इस वर्ष को विदा
अपने सत्कारों से करेंगे !
हमें यह पाठ पढ़ाया जीने का
इसे अपने दिल में रखेंगे !!