ऐ - भारतीयों
ऐ - भारतीयों
भारत माता भारतीयों से कहती हैं
भ्रष्टाचार बंद करो
शौचालय प्रबंध करो
बेईमानी अंध में करो
जातिवाद पिंजरे में बंद करो
वर्ण को छोड़ दो
धर्मवाद को मित्रता में मोड़ दो
शत्रुता को दंड दो
प्रदूषण कारी को भी दंड दो
आतंक कारी को भी दंड दो
न शूद्रों को अछूत मानो
ना महिलाओं को पैरो की धूल मानो
सब का हृदय खंड खंड मत करो
संविधान अखंड करो
संविधान अखंड करो
क्या फिर से वही स्थिति करनी है,
क्या फिर से अंग्रेजों को दावत देनी है
ऐसा करके मातृभूमि दूषित मत करो,
ऐ भारतीयों,
मित्रता का प्रबंध करो
मित्रता का प्रबंध करो ।