अधज़ल गगरी छलकत जाए
अधज़ल गगरी छलकत जाए
अधज़ल गगरी छलकत जाए,बढ़ाचढ़ाकर बात करने वालो को पहचाना जाए,
बहुत सारे लोग अपनी वास्तविकता को छिपा जाए,
बहुत सारे लोग बिना आधार के बाते करते जाए,
सच्ची बाते करने वाले कभी भी बोलने से पहले नहीं सोचते जाए,
झूठ बोलने वाले हमेशा बिना सोचे झूठी बातें बोलते जाए,
जिन लोगो को ज्ञान की कमी होती वह बिना ज्ञान के बाते करते जाए,
इसे ही कहते कि अधजल गगरी छलकत जाए,
ज्ञानी व्यक्ति कभी अपने ज्ञान की शेखी न बघारते जाए,
अज्ञानी हमेशा अपनी शेखी बघारते जाए,
अधजल गगरी छलकत जाए, बढ़ाचढ़ाकर बात करने वालो पहचाना जाए।