अब भी याद आता है
अब भी याद आता है
वो अधूरा कुछ जो रह गया था
हमारे बीच,
अब भी याद आता है।
तेरा मेरे नज़दीक आना
और मेरी सांसों में
अपनी खुशबू छोड़ जाना,
अब भी याद आता है।
वो लड़ना हमारा
हर छोटी छोटी बात पर
और फिर घंटों बिना बोले
एक दूसरे को सताना,
अब भी याद आता है।
वो तेरा मेरे जज़्बातों को
नज़र अंदाज करना
और हर बार मुझे अपना
सबसे अच्छा दोस्त बताना,
अब भी याद आता है।
वो मेरे नाम का तेरे
नाम के साथ आना
और तेरा मुझसे फासले बढ़ाना,
अब भी याद आता है।
वो मेरा तेरे लिए एक तरफ़ा प्यार
और तेरा मेरे दिल पर
किया हर एक वार,
अब भी याद आता है।
वो तेरी ज़िद और मेरा गुरूर
वो तेरा सच और मेरा फितूर,
अब भी याद आता है।
जो पूरी ना हो सकी
वो अधूरी ही सही
तू मेरी ना हो सकी
तो तेरी दूरी ही सही।
पर इस दिल का क्या करूं
जो तुझे पाने के लिए अ
ब भी है मचलता
और तेरे साथ बिताए
हर एक पल को
अब भी है याद करता।