आशा और विस्वास
आशा और विस्वास
हमें हमारे कल के बारे में ,
नहीं पता है!
पर हमें आशा और विश्वास है,
की हमारा कल हमारे आज
से बेहतर होगा!
अगर आशा और विश्वास ना हो,
तो कुछ भी मुमकिन नहीं है!
हमारे सामने बहुत सारे उदाहरण है!
जैसे की आज हम मंगल ग्रह पर जाने की
सोच रहे है, जो हमारे धरती से बहुत दूर है!
अगर बैज्ञानिको को आशा और विस्वास ना हो,
की ये सच मैं मुमकिन है,
तो क्या वे ये असंभव कार्य कर पायेंगे?
माउंट एवेरेस्ट जैसे चोटी के सिखर पर चढ़ना,
कोई आसान कार्य नहीं है!
अगर पर्वत रोहियों को ये लगे की वे इसकी चढ़ाई,
नहीं कर पाएंगे, तो क्या वे आगे बढ़ पाएंगे?
जब तक आप को आशा और विश्वास ना हो,
तब तक कोई भी कार्य संभव नहीं!
आज जब सारा विश्वा कोरोना महामारी की चपेट,
मैं है, हमें ये आशा और विस्वास रखना चाहिए
की हम इस महामारी को जद से मिटा देंगे!
हमें खुद को और दुसरो को प्रोस्साहन देना होगा,
की वे हिम्मत ना हारें!
और ये विस्वाश के साथ आगे बढे,
की अंत मैं जीत हमारी होंगी!