आजा पिया सावन में
आजा पिया सावन में
आजा पिया सावन में
मदमस्त मौसम खुशगवार पावन में
लागी सावन की फुहार
तन-मन से भीगा दे पिया एक बार ।
आजा पिया सावन में.....।
झमाझम बरसे बरखा रानी
मिलन की लिखे अनूठी कहानी
गरम साँसो पर नहीं रहा एतबार
अधूरी प्यास मिटा दे पिया एक बार ।
आजा पिया सावन में.....।
बागों में पड़े झूले ललचाए
पिया मिलन की आस जगाए
जिया झूलन की करता मनुहार
आजा पिया झूला दे तू एक बार ।
आजा पिया सावन में.....।
चम-चम-चम बिजलियाँ चमके
दम-दम-दम बदरिया दमके
पैजनियाँ छमकने को हुई बेकरार
आजा पिया पहना दे तू एक बार ।
आजा पिया सावन में.....।
नाचे मयूरा सतरंगी पंख पसार
पीहू-पीहू की मीत बदरा को लगाता गुहार
पग सुर ताल पर थिरकने को तैयार
आजा पिया तू नचा दे मुझे एक बार ।
आजा पिया सावन में.....।
नदियों में आया उफान
सागर चल रहा है सीना तान
मैं निश्छल नदी सागर में समाने को तैयार
आजा पिया आगोश में भर ले एक बार ।
आजा पिया सावन में.....।