आईने की हकीकत
आईने की हकीकत
कहते हैं आईना हमेशा हमें सच दिखाता है।
झूठ कहते है लोग....
क्योंकि आईना सिर्फ वही दिखाता है,
जो हमारी आंखें देखती है और देखना चाहती है।
आप मेकअप करके खुद को आईने में देखोगे,
तो जाहिर है आईना भी झूठी तस्वीर दिखाएगा।
वो आपकी वास्तविक सुंदरता को ढककर
केवल मेकअप वाला रंग रूप ही दिखाएगा।
इसलिए हकीकत देखने के लिए किसी आईने की नही
बल्कि मन की आंखों की दरकार होती है।
मन की आंखों से देखोगे,
तो बिना आईने के भी हकीकत नजर आएगी।
मत ढूंढ प्यारे अपने अक्श को इस दर्पण में
ये तो हल्की सी चोट से बिखर जाएगा !
इतना कमजोर तो तू कभी था ही नहीं,
तो ये कांच तुझ को क्या परख पाएगा !