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Mani Aggarwal

Classics

5.0  

Mani Aggarwal

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आहिस्ता चल

आहिस्ता चल

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मुश्किल से आए हैं ये पल,

ए वक़्त तू आहिस्ता चल।


बरसों गुजारे राह तक, 

आई मिलन की अब घड़ी

ना यूँ सता मुझको तू अब

ए वक़्त तू आहिस्ता चल।


हर एक ख्वाहिश अपनी हमने,

कैद की हर एक दिन, 

आये रिहाई के हैं पल, 

ए वक़्त तू आहिस्ता चल।


पतझड़ से जीवन में मेरे आयीं

बहारें झूम कर,

तू भी मुस्कुरा ले चंद पल, 

ए वक़्त तू आहिस्ता चल।


एक मुद्दत की तड़प है, 

कैसे यूं बुझ जाएगी,

जब तक बुझे ना प्यास अब, 

ए वक़्त तू आहिस्ता चल।


मेरी जिंदगी सदके तेरे,

मेरी प्रीत को मंजिल मिली,

ना अब लगे इसको नजर, 

ए वक़्त तू आहिस्ता चल। 


मुश्किल से आए हैं ये पल

ए वक़्त तू आहिस्ता चल !


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