क़बातलक चुपचाप सब बैठे रहोगे हाथ पर यूँ हाथ धर तकते रहोगे क़बातलक चुपचाप सब बैठे रहोगे हाथ पर यूँ हाथ धर तकते रहोगे
छाये काली काली बादल हर जगा घनघोर घाटा हर जगा। छाये काली काली बादल हर जगा घनघोर घाटा हर जगा।
कविता नहीं दिल ए आवाज लिख रहा हूं, तुम्हारे लिए कुछ खास लिख रहा हूं। कविता नहीं दिल ए आवाज लिख रहा हूं, तुम्हारे लिए कुछ खास लिख रहा हूं।
बिना मुस्कान की जिन्दगी, जिन्दगी नहीं। बिना मुस्कान की जिन्दगी, जिन्दगी नहीं।
তবে আমার মনে একে একে ভিড় করছিল নানা পাওয়া না পাওয়ার মধ্যে আমাদের একসাথে পথ চলার কথাগুলো। তবে আমার মনে একে একে ভিড় করছিল নানা পাওয়া না পাওয়ার মধ্যে আমাদের একসাথে পথ চল...
है धुँआ धुँआ काला आसमान है बदरी छाई असंतुलन अनेक बीमारी है पर्यावरण। है धुँआ धुँआ काला आसमान है बदरी छाई असंतुलन अनेक बीमारी है पर्यावरण।