बी. एच. ई. एल., भोपाल में कार्यरत
रचना, अब इन हाथों की लकीरों को पढ़ कर क्या करेंगे। जो गुज़र रहा है। बस, इसे ही लिखते जा रचना, अब इन हाथों की लकीरों को पढ़ कर क्या करेंगे। जो गुज़र रहा है। बस, इसे ही ल...
लोकेश, तुम आज भी कितने स्मार्ट हो। फिर शादी क्यों नहीं कर लेते लोकेश, तुम आज भी कितने स्मार्ट हो। फिर शादी क्यों नहीं कर लेते
मैं ने तुम्हारी कहानियाँ पढ़ीं हैं, इनमें मिलन की प्यासी बाकी हैं। मैं ने तुम्हारी कहानियाँ पढ़ीं हैं, इनमें मिलन की प्यासी बाकी हैं।
जब तक आपका आशीर्वाद नहीं मिलता जन्मदिन का अहसास ही नहीं होता।" जब तक आपका आशीर्वाद नहीं मिलता जन्मदिन का अहसास ही नहीं होता।"
मैं कह देता था, -" देखना तुम्हारी शादी के बाद मैं कभी तुम्हें लेने जाऊँ तो कहना। " मैं कह देता था, -" देखना तुम्हारी शादी के बाद मैं कभी तुम्हें लेने जाऊँ तो कहना।...
राखी बांधते हुए अनीता के दिल से भाई-भावज के लिए ढेरों शुभकामनाएं निकल रहीं थीं। राखी बांधते हुए अनीता के दिल से भाई-भावज के लिए ढेरों शुभकामनाएं निकल रहीं थीं।
अभी मैं शबाना से इस बाबत कोई बात नहीं करना चाहती। अभी मैं शबाना से इस बाबत कोई बात नहीं करना चाहती।
जब सारी परेशानियां और दुश्वारियां अलविदा कहने को थीं कि अब्बू का इन्तेकाल हो गया जब सारी परेशानियां और दुश्वारियां अलविदा कहने को थीं कि अब्बू का इन्तेकाल हो गया
नकी कहानी क्लीमेक्स पर पहुंचने को है नकी कहानी क्लीमेक्स पर पहुंचने को है
एक बार सामने से गुजरने में क्या हर्ज है एक बार सामने से गुजरने में क्या हर्ज है