थोड़ी शरारत है । थोड़ी नादानियां है । कुछ संजीदगी है । कुछ शैतानियां है । कभी बैठेंगे साथ तो सुनाएंगे आपको , न जाने, कितने ही किस्से हैं । ना जाने, कितनी ही कहानियां है ।।
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