अब तक छः किताबें प्रकाशित।घोंसलाऔर घर को कादम्बनी सम्मान। अनेक लघुकथाएं पुरस्कृत आवाजें लघुकथा को शकुंतला कपूर सम्मान। पत्र-पत्रिकाओं में निरन्तर रचनाये प्रकाशित।
यहां बड़े साहब छोटे -छोटे काम के ही दस से पन्द्रह हजार लेते हैं यहां बड़े साहब छोटे -छोटे काम के ही दस से पन्द्रह हजार लेते हैं
उसे लगा कि वह स्वयं भी एक इमोजी तो नहीं बन गई है। उसे लगा कि वह स्वयं भी एक इमोजी तो नहीं बन गई है।