बचपन से ब्रज भाषा और हिंदी सुन पढ़कर बड़ी हुई। हिंदी, माँ की बोली, मातृभाषा की प्रेमिन हूँ। मेरे अन्य लेख ब्लॉग पर देखें www.thoughtpuree.com
मुनिया सर उठा कर बोली मैं मास्टरनी जी की तरह एक इस्कूल खोलूंगी ! मुनिया सर उठा कर बोली मैं मास्टरनी जी की तरह एक इस्कूल खोलूंगी !
पीछे से उसकी पत्नी दिखाई दी। अवनी को देख कर वो झट आयी और उसके गले लग गयी। पीछे से उसकी पत्नी दिखाई दी। अवनी को देख कर वो झट आयी और उसके गले लग गयी।
यदि जीवन देती हूँ तो ले भी सकती हूँ। यदि जीवन देती हूँ तो ले भी सकती हूँ।
पता नहीं मैंने मदद उसकी की या अपनी। मन को अजीब सा सुकून मिला उसे खाना दिलाकर।" पता नहीं मैंने मदद उसकी की या अपनी। मन को अजीब सा सुकून मिला उसे खाना दिलाकर।"
पहले सी रौनक थी, मानो चौधराईन आंगन में खड़ी उन्हें देख मुस्कुरा रही हों। पहले सी रौनक थी, मानो चौधराईन आंगन में खड़ी उन्हें देख मुस्कुरा रही हों।
छोटी सी मुनिया नम आँखों में इस्कूल और बजती तालियों के बड़े सपने लिए ठेला लेकर फिर चल दी। छोटी सी मुनिया नम आँखों में इस्कूल और बजती तालियों के बड़े सपने लिए ठेला लेकर फिर...
बेटे ने बहू के दूसरे प्रसव के लिए फिर बुलाया तो मैंने दिल कड़ा कर साफ मना कर दिया। ज़रूरत बेटे ने बहू के दूसरे प्रसव के लिए फिर बुलाया तो मैंने दिल कड़ा कर साफ मना कर दिया...
सरकारी टैंकर से पानी की पूर्ति होती और गर्मियों में तो लम्बी लाइनों में पानी की मारा मारी है सरकारी टैंकर से पानी की पूर्ति होती और गर्मियों में तो लम्बी लाइनों में पानी की ...
देखो मेरा घर वो सामने वाले मोड़ के पास है। कल से इन्हें सुबह के समय वहां भेज देना, मैं घ देखो मेरा घर वो सामने वाले मोड़ के पास है। कल से इन्हें सुबह के समय वहां भेज देना...
मेरी बेटियों के गुण हैँ मेरे जीवन भर की कमाई। मेरी बेटियों के गुण हैँ मेरे जीवन भर की कमाई।