एक कोशिश अपने सपनों को पंख देने की.. !
सुनिये ज़रा देवर जी को कहिये की देवरानी जी को समझाये सुनिये ज़रा देवर जी को कहिये की देवरानी जी को समझाये
मंच पे जैसे ही अंकिता का नाम अनाउंस हुआ पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा । मंच पे जैसे ही अंकिता का नाम अनाउंस हुआ पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा ।
श्रुति और पवन का घर बच्चों की खिलखिलहाट से गुलजार हो गया था। श्रुति और पवन का घर बच्चों की खिलखिलहाट से गुलजार हो गया था।
अब ना वो खुद और ना अपने बेटे को इस दलदल में डूबने देंगे। अब ना वो खुद और ना अपने बेटे को इस दलदल में डूबने देंगे।
आखिर क्यों अपने बच्चे की हर नाजायज ज़िद को ना कहना जरुरी नहीं समझा। आखिर क्यों अपने बच्चे की हर नाजायज ज़िद को ना कहना जरुरी नहीं समझा।
लेकिन जाते जाते आदित्य को सच्चाई का आईना दिखा गई साथ ही अपनी सहेली के जीवन को वापस खुशि लेकिन जाते जाते आदित्य को सच्चाई का आईना दिखा गई साथ ही अपनी सहेली के जीवन को वा...
जीवन के हर कदम पर जब भी तू पीछे पलट के देखेगी तेरी माँ वही तेरे पीछे खड़ी मिलेगी "। जीवन के हर कदम पर जब भी तू पीछे पलट के देखेगी तेरी माँ वही तेरे पीछे खड़ी मिलेगी ...
गाँव में चाचा को घर दुकान सब दे दिया और बदले में जो रकम दी उसे ले चल दी नई दुनिया बसाने गाँव में चाचा को घर दुकान सब दे दिया और बदले में जो रकम दी उसे ले चल दी नई दुनिय...
समझ नज़रअंदाज़ ना करें वर्ना थोड़ी सी लापरवाही कभी कभी बहुत कुछ खोने पे मजबूर कर देती है। समझ नज़रअंदाज़ ना करें वर्ना थोड़ी सी लापरवाही कभी कभी बहुत कुछ खोने पे मजबूर कर दे...
जिंदगी में मिले इस सबक ने उसकी जिंदगी ही बदल दी। जिंदगी में मिले इस सबक ने उसकी जिंदगी ही बदल दी।