I'm Satish and I love to read StoryMirror contents.
दिल की प्यार फरमानी थी, बस जुबान से इज़हार करानी थी। दिल की प्यार फरमानी थी, बस जुबान से इज़हार करानी थी।
शायद इश्क अनोखा ख़्वाब होती है, जो रातों में यू चली आती है शायद इश्क अनोखा ख़्वाब होती है, जो रातों में यू चली आती है