I am a poet, storywriter, Anchor and Documentory film producer. My first Poetry book "Gaganamadhale Tare"(Marathi) published by Government of Maharashtra.
मुरझा गए है फूल हर एक डाली के नई कली अब यहाँ कोई खिलेगी नहीं मुरझा गए है फूल हर एक डाली के नई कली अब यहाँ कोई खिलेगी नहीं
औरों के अज्ञान की उड़ाते रहो ठिठोली उपहास भी करो पर मीठी हो सदा बोली। औरों के अज्ञान की उड़ाते रहो ठिठोली उपहास भी करो पर मीठी हो सदा बोली।
पाँच सालों में बन जाते हैं अदना से अरबपति चंद सिक्के भी हमें ठीक से कमाना नहींं आता। पाँच सालों में बन जाते हैं अदना से अरबपति चंद सिक्के भी हमें ठीक से कमाना नहींं...
मिलता है कोई तो मन में उठते हैं विचार, दोस्ती होती है तभी जब मिलते हैं विचार... मिलता है कोई तो मन में उठते हैं विचार, दोस्ती होती है तभी जब मिलते हैं विचार...
नेता कभी कोई अपनी पार्टी को बदल दे तो मोम की तरह से पिघलते है विचार नेता कभी कोई अपनी पार्टी को बदल दे तो मोम की तरह से पिघलते है विचार
लाख बाधाए आएगी तुझको जो भरमाएगी पथभ्रस्ट कर देगी तुझको जिंदगीभर बहकाएगी रौंद के सारी बाधाए र... लाख बाधाए आएगी तुझको जो भरमाएगी पथभ्रस्ट कर देगी तुझको जिंदगीभर बहकाएगी रौ...
झूठ पकाते , झूठ है खाते, झूठ ओढते और बिछाते झूठ धर्म हैं सबका, झूठ ही कारोबार हैं झूठ पकाते , झूठ है खाते, झूठ ओढते और बिछाते झूठ धर्म हैं सबका, झूठ ही कारोबार ...
इस दुनिया की रीत निराली उल्टी गंगा यहाँ बहती है दुनिया है एक खेल तमाशा सारी दुनिया कहती है। इस दुनिया की रीत निराली उल्टी गंगा यहाँ बहती है दुनिया है एक खेल तमाशा सार...
भगवान से भी करते हैं जो लोग सौदेबाजी उठाके कर दो बाहर उनको बड़े अदब से। भगवान से भी करते हैं जो लोग सौदेबाजी उठाके कर दो बाहर उनको बड़े अदब से।
भ्रष्टाचार के विषवृक्ष को, जड़ से उखाड़कर फेंकना है फिर से ना उगने पाए ये, इस ओर हमे देखना है .... भ्रष्टाचार के विषवृक्ष को, जड़ से उखाड़कर फेंकना है फिर से ना उगने पाए ये, इ...