मेरी कहानियों , कविताओं , कोट्स को पढ़कर और उनके बारे में अपने विचार रखकर , लाइक करने का आप सभी पाठक गण को हार्दिक आभार। आप यहां तक आते है और अपना समय निकाल कर हमारी रचनाओं को पढ़ते है उसके लिए आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद्
"अरे किशन की मां सुनती हो , बाहर आकर देखो कौन आया है ? "अरे किशन की मां सुनती हो , बाहर आकर देखो कौन आया है ?
मुझे ही देख ले जैसे ही मेरी सरकारी नौकरी लगीं लोग मेरे शादी कराने के पीछे पड़ गए मुझे ही देख ले जैसे ही मेरी सरकारी नौकरी लगीं लोग मेरे शादी कराने के पीछे पड़ गए
"छोड़ो उस बात को तुम क्यों बच्चो की तरह ज़िद कर रही हो " "छोड़ो उस बात को तुम क्यों बच्चो की तरह ज़िद कर रही हो "
खाल सखा, ये बिलकुल आप के खाल से चपके होते हैं। खाल सखा, ये बिलकुल आप के खाल से चपके होते हैं।
अनिकेत के बारे मैं सोच रहाँ था मैं जानता हूं कि हमारा बेटा होशियार है ! अनिकेत के बारे मैं सोच रहाँ था मैं जानता हूं कि हमारा बेटा होशियार है !
अब उसकी ज़िंदगी में कुछ नहीं बचा, उससे अब जीने का भी अधिकार नहीं है अब उसकी ज़िंदगी में कुछ नहीं बचा, उससे अब जीने का भी अधिकार नहीं है
इस महंगाई के दौर में एक सैलरी से खर्चा चलाना मुश्किल हो रहा था इस महंगाई के दौर में एक सैलरी से खर्चा चलाना मुश्किल हो रहा था
लेकिन दोनों ने तो कुछ और ही सोचा था और इस बारे में उनके पेरेंट्स को पता नहीं था लेकिन दोनों ने तो कुछ और ही सोचा था और इस बारे में उनके पेरेंट्स को पता नहीं था
तुम लोग राशन - पानी के बहाने बाहर निकलने का बहाना ढूँढते हो तुम लोग राशन - पानी के बहाने बाहर निकलने का बहाना ढूँढते हो
वहां के दुकान वाले अतिक्रमण करते है उसके चक्कर में ये बेचारा भी पीस जाता है वहां के दुकान वाले अतिक्रमण करते है उसके चक्कर में ये बेचारा भी पीस जाता है