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अब मैं अपने सपनों को जीने जा रहा हूँ पैसे कितने मिलेंगे पता नहीं! अब मैं अपने सपनों को जीने जा रहा हूँ पैसे कितने मिलेंगे पता नहीं!
ये किन बच्चों के साथ तुम खेल रहे हो ऐसे बच्चों के साथ मत खेला करो! ये किन बच्चों के साथ तुम खेल रहे हो ऐसे बच्चों के साथ मत खेला करो!
और यह कहते कहते नीलकंठ आसमान की ऊँचाइयों में खो गया। और यह कहते कहते नीलकंठ आसमान की ऊँचाइयों में खो गया।
सुबह जल्दी उठेंगे और सुबह सूर्योदय और घास पर पड़ी ओस में चलने का आनंद लेंगे सुबह जल्दी उठेंगे और सुबह सूर्योदय और घास पर पड़ी ओस में चलने का आनंद लेंगे
इतनी छोटी उम्र में भी इतना सबकुछ कैसे जानती है चमकी ? इतनी छोटी उम्र में भी इतना सबकुछ कैसे जानती है चमकी ?