I'm a student
मर गये लड़ते लड़ते सीमा पर वो, मुंह से निकली भारत माता की जय आखिरी वाणी थी। मर गये लड़ते लड़ते सीमा पर वो, मुंह से निकली भारत माता की जय आखिरी वाणी थी।
खत्म हुई अब सहन मेरी अब मैं भी आवाज उठाऊंगी! खत्म हुई अब सहन मेरी अब मैं भी आवाज उठाऊंगी!
ना जाने इस दुनिया के रंग में आप कब खो गए ! ना जाने इस दुनिया के रंग में आप कब खो गए !
हे खुदा तुने मुझे बनाया क्यूँ , एक मिट्टी के बर्तन की तरह। हे खुदा तुने मुझे बनाया क्यूँ , एक मिट्टी के बर्तन की तरह।
पुरुष की सोच तू बदला क्यूँ नहीं, हमें खेलने के चीज बनाया क्यूँ। पुरुष की सोच तू बदला क्यूँ नहीं, हमें खेलने के चीज बनाया क्यूँ।
हाथ जोड़ विनम्र निवेदन है मेरा, छोड़ तू मेरी जिंदगी की डोर। हाथ जोड़ विनम्र निवेदन है मेरा, छोड़ तू मेरी जिंदगी की डोर।