राही छायाचित्र कवि
प्रेम धागे सा कोई भी कंगन नहीं, यूँ तो कितने ही बंधन है जीवन में पर, प्रेम धागे सा कोई भी कंगन नहीं, यूँ तो कितने ही बंधन है जीवन में पर,
ज़िम्मेदारी जो मिले तो आफ़त नज़र आती है। ज़िम्मेदारी जो मिले तो आफ़त नज़र आती है।
मोबाइल में लगा हैड फ़ोन सो गए मेरे कान। मोबाइल में लगा हैड फ़ोन सो गए मेरे कान।
राम के नाम का है सहारा मुझे, राम ने है दिया बस किनारा मुझे। राम के नाम का है सहारा मुझे, राम ने है दिया बस किनारा मुझे।
हिंदी उर्दू गजल सजल में उलझी क्यों कवियों की माला, हिंदी उर्दू गजल सजल में उलझी क्यों कवियों की माला,
इल्जाम इतने लगाये हैं सब ने मिल कर, तो खुद ब खुद ही गिरफ्तार हो गया हूँ मैं इल्जाम इतने लगाये हैं सब ने मिल कर, तो खुद ब खुद ही गिरफ्तार हो गया हूँ मैं
खुशनुमा खूबसूरत चमन चाहिए, दिल की धरती को छूता गगन चाहिए। खुशनुमा खूबसूरत चमन चाहिए, दिल की धरती को छूता गगन चाहिए।
जो देखा तुमको तो अश्रु क्यों हम से थम नहीं पाए। जो देखा तुमको तो अश्रु क्यों हम से थम नहीं पाए।
जिस कहानी के किरदार थे हम नहीं, राही कह के वो परिचय कराने लगे। जिस कहानी के किरदार थे हम नहीं, राही कह के वो परिचय कराने लगे।
देख कर चेहरा उसका चेहरा अपना भूल गया, देख कर चेहरा उसका चेहरा अपना भूल गया,