अमीर हमज़ा, पिता-मो० अज़ीम , ग्राम-माधोपुर छोटा , जिला- छपरा(सारण) बिहार, शिक्षा- एम० ए०, सरकारी शिक्षक उ० वि० पटना, लेखनी- गीत, ग़ज़ल व स्क्रिप्ट
'छीन गई मेरी घूमने की आज़ादी, दर-दर भटक रहा हूँ बनकर फरियादी, सुंदर शोख़ हसीना अब रही ना मुझको याद, शा... 'छीन गई मेरी घूमने की आज़ादी, दर-दर भटक रहा हूँ बनकर फरियादी, सुंदर शोख़ हसीना अब ...
बालिका गृह में भी बेटियाँ महफूज़ नहीं, ऐसी जगह इज्ज़त लूटी जाएगी, कभी सोचा न था । बालिका गृह में भी बेटियाँ महफूज़ नहीं, ऐसी जगह इज्ज़त लूटी जाएगी, कभी सोचा न था...
हाल-ए-हमज़ा का मत पूछ मेरे यार पहुंचा दिया था उसने गम के संसार में ! हाल-ए-हमज़ा का मत पूछ मेरे यार पहुंचा दिया था उसने गम के संसार में !
इश्क में वो जब से बीमार हो गई, प्यार की कहानी बेशुमार हो गई ! इश्क में वो जब से बीमार हो गई, प्यार की कहानी बेशुमार हो गई !
मेरी आँखों से पूछ तू कितनी खूबसूरत है...! मेरी आँखों से पूछ तू कितनी खूबसूरत है...!
अमन, चैन व हिफ़ाजत की बात करते हैं...! अमन, चैन व हिफ़ाजत की बात करते हैं...!