CS
मैं प्रत्यंचा चढ़ाये बैठा हूँ, कि चील दिखाई दे। मैं प्रत्यंचा चढ़ाये बैठा हूँ, कि चील दिखाई दे।
उठाया नहीं था, बहाया था तुम्ही ने।। उठाया नहीं था, बहाया था तुम्ही ने।।
चला जो साथ, अमावस में। चला जो साथ, अमावस में।
बनती रही, छुपती रही, मेरी झिझकती आवाज़ बनती रही, छुपती रही, मेरी झिझकती आवाज़
विरह ने तुम्हारे, मशीन बना तो दिया । विरह ने तुम्हारे, मशीन बना तो दिया ।
शर्त थी तुम्हारी, तुम ताज बोल दिए शर्त थी तुम्हारी, तुम ताज बोल दिए
निवेदन नहीं किया घोंसला जब बनाया बया ने । निवेदन नहीं किया घोंसला जब बनाया बया ने ।
मौसमों के नाम न होंगे , तुम जब आओगे । मौसमों के नाम न होंगे , तुम जब आओगे ।
वृक्ष सदा ही फलते रहते सहते अपने भार को वृक्ष सदा ही फलते रहते सहते अपने भार को
रख लो नाम पुनः कोई , चैतन्य नहीं आने वाला ! रख लो नाम पुनः कोई , चैतन्य नहीं आने वाला !