संपादक, शब्द शिल्पी पत्रिका
रास्ते भर यही ख्याल, गरीबी में आटा गीला, रास्ते भर यही ख्याल, गरीबी में आटा गीला,
हर पल हो इंद्रधनुष, मिलें सभी जब संग।। हर पल हो इंद्रधनुष, मिलें सभी जब संग।।
जेबकतरों से सावधान! सुनते सुनते हम असावधान से हो गए। जेबकतरों से सावधान! सुनते सुनते हम असावधान से हो गए।
कुछ काम करो तो ज्यादा पैसे मिलेंगे। कुछ काम करो तो ज्यादा पैसे मिलेंगे।
वर्तमान समय में मामा अपने भानजे भानजियों में जान नहीं छिड़कते वर्तमान समय में मामा अपने भानजे भानजियों में जान नहीं छिड़कते
एक बार प्यार से समझाओ, नहीं तो तमाचे की मार से समझाओ एक बार प्यार से समझाओ, नहीं तो तमाचे की मार से समझाओ
खुशी सिर्फ़ इस बात की है की वो मंगली नहीं है। खुशी सिर्फ़ इस बात की है की वो मंगली नहीं है।
रहने वाले ही यदि ईंट और गारा में बदल जाए तो घर बनेगा कैसे ? रहने वाले ही यदि ईंट और गारा में बदल जाए तो घर बनेगा कैसे ?
मैडम जी मुझे माफ कर दो. मै आपके परिवार से बेइमानी नहीं कर सकता.मै जानता हूँ। ... मैडम जी मुझे माफ कर दो. मै आपके परिवार से बेइमानी नहीं कर सकता.मै जानता हूँ। ...
"आपको सरकारी मास्टरी मुबारक हो।" "आपको सरकारी मास्टरी मुबारक हो।"