मुझे देश,समाज के साथ ही बच्चों से जुड़े विषयों पर लिखना पसन्द है।
नहीं देखते हैं वो क्या आज लेकिन कि खुद ही बयां हो रहा राजे महफ़िल। नहीं देखते हैं वो क्या आज लेकिन... नहीं देखते हैं वो क्या आज लेकिन कि खुद ही बयां हो रहा राजे महफ़िल। नहीं देखते ...
अनाज भरे बोरे ढो ढो कर भरते जाने कितने गोदाम फ़िर भी दोनो वक्त की रोटी तुम्हीं को क्यूं ना होती नस... अनाज भरे बोरे ढो ढो कर भरते जाने कितने गोदाम फ़िर भी दोनो वक्त की रोटी तुम्हीं...
एक बार सपनों को उड़ान दे दूँ तो चलती हूँ एक बार सपनों को उड़ान दे दूँ तो चलती हूँ
कबूल होती है दुआ सबकी कबूल होती है दुआ सबकी
शरीर पर लगा घाव ठीक भी हो जाता लेकिन मन पर लगा शब्दों का घाव बढ़ता रहता हैं शरीर पर लगा घाव ठीक भी हो जाता लेकिन मन पर लगा शब्दों का घाव बढ़ता रहता हैं
एक दुसरे से स्पर्धा करने की बजाये हम अगर एक दुसरे का साथ दे कर आगे बढ़ते हैं तो ज़िन्दगी बहुत आसान हो ... एक दुसरे से स्पर्धा करने की बजाये हम अगर एक दुसरे का साथ दे कर आगे बढ़ते हैं तो ज़...
अक्षर ज्ञान का महत्वा बताती बाल कविता अक्षर ज्ञान का महत्वा बताती बाल कविता
जैसे फूलों संग कांटें उनकी शोभा बढ़ाते हैं वैसे ही ज़िन्दगी के साथ तमाम दुश्वारियां जैसे फूलों संग कांटें उनकी शोभा बढ़ाते हैं वैसे ही ज़िन्दगी के साथ तमाम दुश्वारिया...
पुरवैया बहती थी जो मेरे घर के सामने ढूँढ रहीं नज़रें मेरी उस नीम की ठंडी छांव को। पुरवैया बहती थी जो मेरे घर के सामने ढूँढ रहीं नज़रें मेरी उस नीम की ठंडी छांव को।
सपने तभी पूरे होते हैं जब हम उनमे अपने मेहनत के रंग भरते हैं सपने तभी पूरे होते हैं जब हम उनमे अपने मेहनत के रंग भरते हैं