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अब तुम चली गयी हो, उस गुड़हल के मोह को प्रेम में तब्दील करके ! अब गुड़हल फर्श के नीचे हो शायद, लेकिन ख... अब तुम चली गयी हो, उस गुड़हल के मोह को प्रेम में तब्दील करके ! अब गुड़हल फर्श के न...
मन को इरादों की बल्लियों से टेक दे ऊपर उठाया, स्वाभिमान को बुरी से बुरी दशा के लिए तैयार किया और कमर... मन को इरादों की बल्लियों से टेक दे ऊपर उठाया, स्वाभिमान को बुरी से बुरी दशा के ल...
घर पहोचते ही रामअवतार ने तीरथ और अर्जुन को आवाज़ लगा बैठक में बुला लिया, बैठक में एक ढिबरी रौशन की ,... घर पहोचते ही रामअवतार ने तीरथ और अर्जुन को आवाज़ लगा बैठक में बुला लिया, बैठक में...