इक ढंग था जीने का छूट गया।
इक रंग उड़े बरसो हुए।
-विपुल बोरीसा-
Happy Holi Missing Old Days
हक़ीक़त को यु मरोड़ देते है।
आओ इस आईने को तोड़ देते है।
- विपुल बोरीसा -
हक़ीक़त को यु मरोड़ देते है।
आओ इस आईने को तोड़ देते है।
- विपुल बोरीसा -
जिम्मेदारी के ढेर में महोब्बत दब सी जाती है।
हमने सिर्फ जताना छोड़ दिया हे, मगर याद तो याद हे,आती है।
- विपुल बोरीसा -
રોજ અમુક ક્ષણો કઈ કેટલીય ખોરવાય છે.
સ્મૃતિપટ ની દીવાલો માં જૂની ઘટનાઓ પડઘાય છે.
- વિપુલ બોરીસા -
कुछ ऐसा कर कमाल के जल्द मिल जाये खाख में।
आखिर कब तक छुपा के रखे अश्को को आंख में।
- विपुल बोरीसा -
जल्द आ जाये तो अच्छा है,
मौत से कहा कोई शिकवा-गिला है।
जींदगी वैसे भी क्या है?
रोज मरते रहने का सिलसिला है।
-विपुल बोरीसा-
में कौन हु,जो अपनी शख्शियत का तमाशा करू।
में मौन ही ठीक हु,क्यों शोर ज्यादा करू।
- विपुल बोरीसा -
तूम सब सही में गलत हु।
इसिलिये में सबसे अलग हु।
- विपुल बोरीसा -