One can be identified the author with name Sukanta Nayak, a storyteller.
अब उम्र भर साथ हो जाओ आप। अब उम्र भर साथ हो जाओ आप।
ऊंचा करेंगे तिरंगा और राष्ट्र ध्वज लहरायेंगे। ऊंचा करेंगे तिरंगा और राष्ट्र ध्वज लहरायेंगे।
हर चाह को पूरा करते है अपनी जीवन निछावर करते है ईश्वर के रूप माता पिता बेइंतहा प्यार बरसात... हर चाह को पूरा करते है अपनी जीवन निछावर करते है ईश्वर के रूप माता पिता ...
भ्रम में जीवन जीए जा रहे हैं हँसते हँसते ग़मों को पीये जा रहे हैं। भ्रम में जीवन जीए जा रहे हैं हँसते हँसते ग़मों को पीये जा रहे हैं।
अब सफर भी लगे एक रोमांचक सपना। अब सफर भी लगे एक रोमांचक सपना।
और ऐसे ही अपनी पहचान बननी है। और ऐसे ही अपनी पहचान बननी है।
सूरज तू कितना भी इतराये तुझे तो रोज ढलना ही है। सूरज तू कितना भी इतराये तुझे तो रोज ढलना ही है।
मन में ये सारे आयाम तरंग बनके आए। मन में ये सारे आयाम तरंग बनके आए।
जिसके राजा ने न्याय को सबसे अधिक महत्व देना सीखा। जिसके राजा ने न्याय को सबसे अधिक महत्व देना सीखा।
एक छोटी सी आस में जीये जाता हूँ। एक छोटी सी आस में जीये जाता हूँ।