I'm Abhishek and I love to read StoryMirror contents.
जैसे पंछी अँधेरे होते लौट आते तुम भी घर लौट आना बेटा तुम लौट आना इस दिवाली लौट आना अपने हाथो से ... जैसे पंछी अँधेरे होते लौट आते तुम भी घर लौट आना बेटा तुम लौट आना इस दिवाली लौ...
पापा…. मुझे डर लगता है भीड़ में आपकी ऊँगली ना छूट जाए ! पापा…. मुझे डर लगता है भीड़ में आपकी ऊँगली ना छूट जाए !