*लेखन में निरंतर सक्रिय, अब तक अनेक पत्र-पत्रिकाओं में लगभग दो हजार आठ(2008) रचनाएं प्रकाशित. *चार पुस्तकें प्रकाशित. *प्रकाशित पुस्तकें- 1.आंचलिक उपन्यासों के परिप्रेक्ष्य में फणीश्वरनाथ रेणु का विशेष अध्ययन.( शोध ग्रंथ) 2.काव्यांजलि-कविता संग्रह 3.सारे जमीं पर-कविता संग्रह 4.महकता... Read more
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