तेरे इश्क़ पे दौलत दिल की लुटाते रहे
जब माँगा तुमसे प्यार तो तुम्हें हम फ़कीर नज़र आये
कैसे तुम्हें प्यार करना छोड़ दूं
कमबख्त आदत है ये मेरी
कितने हाथ छूटे हमसफर के
तुम्हारी आदत है कि छूटती ही नहीं
तेरे जहां में इश्क़ का नाम है तो क्या
बेनाम हम भी नही तेरी गली में
If life is an undulating terrain, our soul is the fuel to let us move forward. Preserve the richness of your soul.