शब्द दिमाग से नही,,दिल से निकलते हैं ।
मैं सोच रहा था कि उसका नाम ही "छोटू" था उसका काम तो बहुत बड़ा था ! मैं सोच रहा था कि उसका नाम ही "छोटू" था उसका काम तो बहुत बड़ा था !
मोहन फरिश्तो से कहने लगा कि मेरी संपति का चौथा हिस्सा तुम ले लो और मेरी जगह तुम किसी और को ले जाओ पर... मोहन फरिश्तो से कहने लगा कि मेरी संपति का चौथा हिस्सा तुम ले लो और मेरी जगह तुम ...
इतने में किसी ने मुझ पर पानी फेंका, मैं नींद से उठा और सोचा "शुक्र है ये तो सपना था। इतने में किसी ने मुझ पर पानी फेंका, मैं नींद से उठा और सोचा "शुक्र है ये तो सपना...
रमेश को समझ आ गया था कि इस दुनिया में हर इंसान किसी-ना-किसी का गुलाम होता है। रमेश को समझ आ गया था कि इस दुनिया में हर इंसान किसी-ना-किसी का गुलाम होता है।
मेरे कपड़े आँसुओं से पूरे भीग चुके थे और मैं सोच रहा था कि उसका नाम ही "छोटू" था उसका काम तो बहुत बड़... मेरे कपड़े आँसुओं से पूरे भीग चुके थे और मैं सोच रहा था कि उसका नाम ही "छोटू" था...
भले ही वह दो दिन भूखा हो पर उसकी इंसानियत नही मरी थी। भले ही वह दो दिन भूखा हो पर उसकी इंसानियत नही मरी थी।