लापरवाही
विनाश के
आगमन का
संकेत है।
@राघवेन्द्र राज
लापरवाही
विनाश के
आगमन का
संकेत है।
@राघवेन्द्र राज
तुझे सुना नही है कई दिनों से ,
बड़ा नुकसान सा मेरे कानों को हुआ है।
©®राघवेन्द्र राज
तुझे सुना नही है कई दिनों से ,
बड़ा नुकसान सा मेरे कानों को हुआ है।
©®राघवेन्द्र राज
बच्चे जब बड़े हो गए
तो फिर भटकते क्यों हैं।
जब वो सब समझते है,
तो फिर झगडते क्यों है।©राघवेन्द्र राज
बच्चे जब बड़े हो गए
तो फिर भटकते क्यों हैं।
जब वो सब समझते है,
तो फिर झगडते क्यों है।©राघवेन्द्र राज
तुम जो करते हो वो छुपता नही है।
तुम गद्दारो के आगे देश झुकता नही है।
तुम जो करते हो वो छुपता नही है।
तुम गद्दारो के आगे देश झुकता नही है।
देह भोग की वस्तु नही देवत्व की मूर्ति है।
©राघवेन्द्र ‛राज’