मैँ काशी हिन्दू विश्वाविद्यालय का मेकनिकल अभीयांत्रिकी प्रोफेसर हूँ एवं स्वतंत्र लेखक हूँ . आपके लिए मेरी कुछ चुनिन्दा रचनाये प्रस्तुत हैँ!
कोई कितना ताकतवर हो हम पास नहीं आने देंगे कोई कितना ताकतवर हो हम पास नहीं आने देंगे
मेरे पास आते हो लगता है छोड़ न जाना जैसे आस लगती हो रिश्ता तोड़ न जाना ! मेरे पास आते हो लगता है छोड़ न जाना जैसे आस लगती हो रिश्ता तोड़ न जाना...
कबसे य़ारी शुरू हुई पता नहीं तैयारी हुई भी य़ा ना, खता नहीं। कबसे य़ारी शुरू हुई पता नहीं तैयारी हुई भी य़ा ना, खता नहीं।
अनपढ़ पर चंगे लोग देखो लेते पंगे लोग ! अनपढ़ पर चंगे लोग देखो लेते पंगे लोग !
विश्वास का गला घोटो फिर क्यूँ मैं रोता हूँ ! विश्वास का गला घोटो फिर क्यूँ मैं रोता हूँ !
कोई भी क्यूँ कहता ठहर लो ज़रा सपने भी लगे जो संग साथ मेरे कोई भी क्यूँ कहता ठहर लो ज़रा सपने भी लगे जो संग साथ मेरे
छोड़ आया था उनको, वो ही रास्ता भूल गये बीमार हो गये वो छोड़ आया था उनको, वो ही रास्ता भूल गये बीमार हो गये वो
ज़िन्दगी और तकदीर सचमुच भिंच गयी ज़िन्दगी और तकदीर सचमुच भिंच गयी
दुनिया कितनी रंगीन भले पर जीना है तो संगीन तले दुनिया कितनी रंगीन भले पर जीना है तो संगीन तले
रणछोर नहीं रणवीर हूँ मैँ अपनो की तकदीर हूँ मैँ। रणछोर नहीं रणवीर हूँ मैँ अपनो की तकदीर हूँ मैँ।