आधुनिक हिंदी साहित्य से परिचय और उसकी प्रवृत्तियों की पहचान की एक विनम्र कोशिश : भारत http://merealfaazinder.blogspot.com
Classics
था वक़्त हमारी मुठ्ठी में मर्ज़ी के बादशाह थे हम थें लड़ते भी, थें रूठते भी फिर भी बे-गुनाह...
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Others
ये शाम जिसके आने से कभी दिल खिल उठा था इस क़दर खामोश ये पहले तो न थी
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Others
मैं अपनी सुलगन को उसकी धुएँ में उछालता रहा, वो हर बार अपनी जलन को ऐश-ट्रे में डालता रहा,
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Others
बर्तन में पानी रख के, बैठ घंटों उसे निहारा था फ़लक के चाँद को जब, जमीं पे उतारा था,
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Inspirational
है अधूरी जो किस्मत की रेखाए वो लकीरें तुम्हे बदलना होगा
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Romance
तेरा दिद हमें हो उस जगह, तेरी आहट जहाँ मिलती न हो इश्क़ जिस्म तक ही नहीं, लाज़मी है रूह तक उतरना ...
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Abstract
रहता नहीं ठहरा हुआ ये वक्त बदल जायेगा, जब रू ब रू होंगे आईने से ख्वाब रेत सा फिसल जायेगा।
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Romance
रूबरू तुम हो न हो, रहे जिक्र तुम्हारी यादों का चलता रहे सिलसिला यूँ ही मुलाकातों का
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Tragedy
बिछड़ के तू भी तो, हमसे तन्हा ही रहा…बरसों बाद मिले थे हम, मिल के दोनो ही रोते चले गये
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