सही तू भी है,सही मैं भी हूँ एक नज़रिया तेरा भी,एक नज़रिया मेरा भी। by VK Mishra
स्वयं की प्रतिभा पर करता संशय किंकर्तव्यविमूढ़ स्थिति में जीवन पहुँचाया स्वयं की प्रतिभा पर करता संशय किंकर्तव्यविमूढ़ स्थिति में जीवन पहुँचाया
'सर झुक गया भगवान का भी उसकी शहादत के सम्मान में, 'ये वो लहू है जो मिल जाये तो गंगा भी पवित्र हो जात... 'सर झुक गया भगवान का भी उसकी शहादत के सम्मान में, 'ये वो लहू है जो मिल जाये तो ग...
कम शब्दों में ज्यादा बातें । कम शब्दों में ज्यादा बातें ।
'जीवन में किसी का होना तन्हाई को मिटा देता है, मगर किसी का जन सुकून भी ले जाता है। एक खुबसूरत शायरी। 'जीवन में किसी का होना तन्हाई को मिटा देता है, मगर किसी का जन सुकून भी ले जाता ह...
क्या लिखूँ तुझपर,क्या तारीफ करूँ तेरी ग़ज़ल पर ग़ज़ल लिखी नहीं जाती क्या लिखूँ तुझपर,क्या तारीफ करूँ तेरी ग़ज़ल पर ग़ज़ल लिखी नहीं जाती
'दिल तोड़ने वाले ही, दिल का हल पूछने आते है । एक खुबसूरत शायरी । 'दिल तोड़ने वाले ही, दिल का हल पूछने आते है । एक खुबसूरत शायरी ।
कैसे महफूज़ रहे तुझ बिन,इस ज़माने में मुझे ताकती इन नज़रों से,डर का क्या करें कैसे महफूज़ रहे तुझ बिन,इस ज़माने में मुझे ताकती इन नज़रों से,डर का क्या करें
'समाज अच्छे दिल वाले लोगो के साथ बुरा करता है, और पत्थर जैसे कठोर लोगो की पूजा करता है।' गागर में सा... 'समाज अच्छे दिल वाले लोगो के साथ बुरा करता है, और पत्थर जैसे कठोर लोगो की पूजा क...
लोग धूप से नहीं,हमारी मोहब्बत से जल बैठे लोग धूप से नहीं,हमारी मोहब्बत से जल बैठे