बिखरे हुए दिल को कविता के धागे मे पिरोने का प्रयास कर रहा हुँँ।।
वह शरीर से भी सारे कार्य निष्ठा पूर्वक करा सकेगा वह शरीर से भी सारे कार्य निष्ठा पूर्वक करा सकेगा