'Literary Brigadier' and a 'Voice of StoryMirror'. The author, who belongs to Delhi (India), and prefers to be called 'eMKay' (short for Mohanjeet Kukreja), is a Pharma professional, holding a master's degree (M. Pharm) from University of Delhi; who nurtures writing as a passion.
Share with friendsइस साल में क्या-क्या पाया और क्या-कुछ हमने गंवाया! मौत का डर, जीने का सबक़, सब इसने ही तो सिखाया!! आइये मिल कर उम्मीद करें कि आने वाला साल बेहतर और मंगलमय हो! Happy New Year!! eMKay
ख़ुद के लिए न सही, चलो दूसरों के लिए फ़रियाद कर लें मुनासिब घड़ी है, दोनों जहाँ के मालिक को याद कर लें... कब तक रहेंगे क़ैद हम, मोह-माया की बेड़ियों में जकड़े अब भी वक़्त है, इन बंदिशों से खुद को आज़ाद कर लें... eMKay
साँसों का सिलसिला इस पल है, अगले पल नहीं ज़िन्दगी का ऐसा ही है, यह आज है तो कल नहीं आना-जाना मुनहसिर है परवरदिगार की रज़ा पे अगर इसे मस्ला समझो तो इसका कोई हल नहीं eMKay
मतलब की है दुनिया सारी, सब मतलब का ही सौदा है अब नुक़्स कहो या ख़ूबी, अपने में कभी मैं पा ना सका! - eMKay