Myself Ratneshwar , belongs to the land of culture and custom, Mithila, a birth place of Goddess Sita. I love to wrote poems, express my feel in words
ए जिंदगी तू बता दे, कि तू कौन है? ए जिंदगी तू बता दे, कि तू कौन है?
तुम्हारी मुस्कानो से, सिर्फ एक सवाल, तुम कब आओगी? तुम्हारी मुस्कानो से, सिर्फ एक सवाल, तुम कब आओगी?
मेरे संग मेरे शब्दों की तुम सौपान देना ! मेरे संग मेरे शब्दों की तुम सौपान देना !
शीशे के महल का एक टुकड़ा, था, बिखरा बिखरा....! शीशे के महल का एक टुकड़ा, था, बिखरा बिखरा....!
दिल-ऐ अम्बार दर्द का, अब बेहिसाब हो चला है। दिल-ऐ अम्बार दर्द का, अब बेहिसाब हो चला है।
कर्म का विधान है, समस्या भी वही और समाधान भी। कर्म का विधान है, समस्या भी वही और समाधान भी।
जो सुनाती थी, बचपन मे नानी, उसके सुन्दर संसार भी तुम। जो सुनाती थी, बचपन मे नानी, उसके सुन्दर संसार भी तुम।
तुम छंद हो गीता का, तुम गीत हो मीरा का, तुम मीत हो सुदामा का, तुम मनमीत हो राधा का...! तुम छंद हो गीता का, तुम गीत हो मीरा का, तुम मीत हो सुदामा का, तुम मनमीत हो रा...
एक दो दिन की अब तो बात नहीं है, अरसों से हुई तुझसे मुलाकात नहीं है...! एक दो दिन की अब तो बात नहीं है, अरसों से हुई तुझसे मुलाकात नहीं है...!
चाँद की शितलता, और, सूर्य की ज्वाला, कर प्रकाशित, विश्व बन उजाला ! चाँद की शितलता, और, सूर्य की ज्वाला, कर प्रकाशित, विश्व बन उजाला !