चैक इन करने आया हूँ
चैक इन करने आया हूँ
आज आप के बीच, कुछ नए, दोस्त बनाने आया हूँ
खुद के अकेलेपन को, आप सबसे मिलाने लाया हूँ
वक़्त की जरूरतों को आपके साथ समझने आया हूँ
तेजी से भागते वक़्त को, थोड़ा धीमे करने आया हूँ
चेहरे पे झुर्रियां, हाथ में छड़ी, माना बूढ़ा लगता हूँ
मगर आराम से धीरे-धीरे, चल अभी भी सकता हूँ
डिप्रेशन बुजुर्गों में बहुत कॉमन है, ऐसा मत कहना
साथ बैठो, फिर कहोगे, आप हो महफ़िल का गहना
मेरा मन ऑनलाइन नहीं, ऑफलाइन का आदी है
अपलोड और डाउनलोड, जैसे वक़्त की बर्बादी है
फेसबुक, ट्विटर, इन्सटाग्राम मुझे समझ नहीं आते
यू ट्यूब, व्हाटसअप, स्काइप, काश तुम सिखा पाते
आईना देखता हूँ तो एक बूढ़ा नौजवान नज़र आता है
वक़्त के थपेड़ों का मारा, कोई इंसान नज़र आता है
ये डाई किये बाल भला, उमर कब तक छिपा पायेंगे
गर आप साथ दो तो हम, फिर से जवान हो जायेंगे
बुढ़ापे की कोशिश अच्छी लगे, इसे लाइक कर देना
वर्ना मेरी नादानी समझ, इसको डिलीट कर देना
पैसा बहुत कमा लिया, आज सुकून कमाने आया हूँ
‘योगी’ सभी के दिलों में, चैक इन करने आया हूँ ।।