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Yogesh Suhagwati Goyal

Abstract

5.0  

Yogesh Suhagwati Goyal

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इंसान झूठ क्यों बोलता है

इंसान झूठ क्यों बोलता है

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ये सभी जानते है कि साँच को आंच नहीं

साथ ही ये भी, कि झूठ के पैर नहीं होते

इस जग में झूठ, कोई सुनना नहीं चाहता

फिर भी लोग आखिर, झूठ क्यों बोलते हैं।


कभी खुद को ऊंचा उठाने के लिये बोलते हैं

या दूसरों को नीचे गिराने के लिये बोलते हैं

कभी अपनी गलती छुपाने के लिये बोलते हैं

या सामने वाले को फँसाने के लिये बोलते हैं।


कुछ लोगों को झूठ बहुत महत्वपूर्ण होता है

वो झूठ, सच में बदलने के लिये बोलते हैं

कुछ सच बोलकर निराश नहीं करना चाहते

कुछ हालात पर काबू पाने के लिये बोलते हैं।


कुछ भ्रम पैदा करने के मक़सद से बोलते हैं

कुछ मुश्किलों से, बचाव के लिये बोलते हैं

कुछ लोग सवाल खड़े करने को झूठ बोलते हैं

कुछ लोग जवाब ढूँढने के लिये झूठ बोलते हैं।


‘योगी’ नासमझ झूठ परोस अलगाव लाते हैं

और समझदार, झूठ बोल, खुशियाँ बाँटते हैं।


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