Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

RIYAZ KHAN

Crime Thriller Tragedy

5.0  

RIYAZ KHAN

Crime Thriller Tragedy

एक तवाइफ कि कहानी !!

एक तवाइफ कि कहानी !!

1 min
540


बच्चों को सुलाके निकली हूँ

उनके बेहतर सुबह के तलाश में !

कल मेरे बच्चों को पूरा खाना

मिले इस आस में !


मैं नीच हूँ इस समाज की निगाह में !

मैं आँखे बंद कर के

अपने कपड़े उतरवाती हूँ !

भूखे बच्चों के ख़ातिर

ख़ुद को रंडी बुलवाती हूँ !


हाँ साब मेरा भी मकान था !

हाँ छोटा ही सही मेरे ज़मीन

का वही आसमान था !

ये मजबूरियों ने ही

कपड़े उतरवाया था !


रोज़ रात ग़ेर मर्द के साथ

हम बिस्तर होने को मजबूर कराया था !

मैं हर रात वही खड़ी होजाती हूँ !

भूखे बच्चों के ख़ातिर

ख़ुद को रंडी बुलवाती हूँ !


एक एक कर के नोच खाते हैं सब !

कपड़े उतार के बारी बारी आते हैं सब !

पहला हुकुमरान हैं !

दूसरा निगहबान हैं !


तीसरा मेरे पैसे छीन कर

मेरे बच्चों के हक़ की रोटी

मारता हैवान हैं !

नम्म आँखो के साथ वो अपनी

ईज़्ज़त लुटवाती हैं !


हाँ वो अपने भूखें बच्चों के ख़ातिर

ख़ुद को रंडी बुलवाती हैं !


ये समाज उसके मजबूरी का

फ़ायदा उठाती हैं !

और उसे नीच बुलाती है !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Crime